Saturday, April 30, 2011

कल मई महीना सुरू हो जाएगा और २८ मई को मेरा दूसरा जन्म दिन है मौत से सीधा सामना हुआ था लेकिन मुझे ख़ुशी नहीं उदासी लग रही है मैंने अपनी आँखों के सामने २ मासूम बच्चियों को दम तोड़ते देखा था और उनकी माँ सहित ७ जाने दम तोड़ चुके थे। २८/५/२००४ की दोपहर की घटना , कैसे भूलू.............वो दो खुबसूरत चहरे मुझे आज भी याद आते है। ३ से ५ साल के बीच थी वो दोनों फूल सी बच्चियाँ ............मेरे इश्वर! वो जन्हा भी हो खुश रहे........

No comments:

Post a Comment